LIFE STORY OF PM NARENDER MODI
आज
हम आपको बताने जा रहे है प्रधान मंत्री नरेंदर मोदी जी के बारे में जिनका जीवन
बहुत ही सीधा सादा रहा है वे एक गरीब परिवार में पैदा हुए उन्होंने अपने जीवन में
बहुत मेहनत करके आज इस मुकाम पर पहुंचे है बचपन के दिनों में जब सब बच्चे खेलने
कूदने में लगे रहते है तब मोदी ने अपने पिता का साथ दिया और काम किया ट्रैन के
डिबो में जा जा कर चाय बेचीं किसी ने भी नहीं सोचा होगा की वो आने वाले समय में
इतने बड़े नेता बनेगे लेकिन दोस्तों आपने कभी नहीं सोचा होगा की हम कठिन से कठिन
काम करने में भी सक्षम हैआज
हम आपको मोदी जी के बारे में बताएंगे चाय बेचने से लेकर प्रधान मंत्री बनने का सफर
मोदी जी का जन्म 17 दिसंबर 1950 को मुंबई में मेहसान जिले में हुआ मोदी जी का ये स्थान गुजरात में
पड़ता है नरेंदर मोदी के पिता का नाम दामोदर मोदी था माँ का नाम हिरा बेन मोदी है
जन्म के समय उनका परिवार बहुत गरीब थामोदी
जी अपने माता पिता के 6 सन्तानो में से एक है जो 3 स्थान पर आते है मोदी के पिता रेलवे
स्टेशन पर चाय की दुकान लगाते थे जिसमे नरेंदर मोदी उनका हाथ बटाते थे और रेल के डिब्बों में चाय बेचते थे मोदी जी
काम के साथ साथ अपनी पढाई को भी पूरा महत्त्व दिया टीचर बताते थे की नरेंदर मोदी
पढाई में थड़े कमजोर थे लेकिन वो नाटकों और भाषणों में बढ़ चढ़ कर हिंसा लेते थे उनको
इस काम में बहुत दिलचस्पी थी उन्होंने अपनी पढ़ाई वर्ड नगर से की 13 साल की उम्र में उनकी सगाई यशोधा बहन चमनलाल
के साथ कर दी गयी और 17 साल की उम्र में उनकी शादी हो गयी एक
रिपोर्ट के अनुसार मोदी और यशोधा बेहन ने कुछ साल साथ में बिताये थेलेकिन
कुछ समय बाद वे दोनों अलग होंगे लेकिन उनके लेखकों का मानना है की वे दोनों कभीं इकट्ठे नहीं रहे है कुछ वर्षो बाद मोदी ने घर
छोड़ दिया था जिससे मोदी जी का विवाहिक जीवन से ध्यान हट गया था नरेंदर मोदी जी का
मानना है की अविवाहित इंसान भ्रष्टाचार के खिलाफ ज्यादा मज़बूती से लड़ पाएगा क्युकी
उसे अपने पत्नी परिवार और बच्चो की कोई चिंता नहीं रहती बचपन से ही मोदी जी के अंदर
देशभक्ति कूट कूट के भरी गयी थी 1962 में
जब भारत और चीन का युद्ध हुआ था तब मोदी जी ने रेलवे स्टेशन पर जवानो के लिए चाय और खाना लेके जाते थे 1965 में जब भारत और पकिस्तान का युद्ध हुआ|
https://dellykhabar.blogspot.com/2018/09/pm-modi-former-prime-minister-of-nepal.html
मोदी
जी ने जवानो की बहुत सेवा की 1971 में
वे आरएसएस के प्रचारक बन गए अधिकतर समय आरएसएस को देने लग गए वे सुबह 5 बजे उठ कर देर रात काम करते रहते थे
प्रचारक होने की वज़ह से मोदी जी ने गुजरात में सब जगाहो पर जाकर लोगो की मुश्किलों
का महत्व समझा और फिर भारतीय जनता पार्टी को मज़बूत करने में एहम रोल निभाया 1975 के समय में इंद्रागांधी के राज में
विवाद की वजह से कई राज्यों में आपात्कालीन घोषित कर दिया था और तब आरएसएस जैसी
संस्थाओ पर भी रोक लगा दी थी फिर भी मोदी चोरी चोरी देश की सेवा करते रहे और सरकार
की गलत नीतियों का जम कर विरोध किया उसी समय मोदी जी ने एक किताब लिखी संघर्ष माँ गुजरात
था इस किताब में मोदी जी ने गुजरात की राजनीती के बारे में बात की|उन्होंने
आरएसएस के कार्यकर्ता रहते हुए 1980 गुजरात
विश्व विधालय से राजनीती की डिग्री प्राप्त की आरएसएस में बेहतरीन काम को देखते
हुए उन्हें भाजपा का प्रवक्ता नियुक्त किया 1990 में
अयोध्या यात्रा का आयोजन किया और उस काम को बखूबी के साथ निभाया जिससे भाजपा के
लीडर बहुत ही प्रभावित हुए काम करने से मोदी जी को बढ़ावा मिलता गया आखिरकार मोदी
जी मेहनत बहुत रंग लायी|
1995 में
मोदी जी ने विधानसभा चुनाव जितने में सक्षम रहे अपनी सरकार बना ली लेकिन मोदी से
थोड़े झगड़े से शंकर सिंह बघेला ने रिजाइन दे दिया उसके बाद केशव भाई पटेल को गुजरात का
मुख्यमंत्री बना दिया गया नरेंदर मोदी को दिल्ली बुलाकर भाजपा का केंद्रीय मंत्री
की बाग़डोर दी जिसे मोदी जी ने बखूबी से निभाया|
2001 में
केशव भाई पटेल की तबियत बिगड़ने लगी थी जिससे भाजपा कई सीटों से हारने लग गयी थी
अक्टूबर 2001 में केशव भाई पटेल की जगह नरेंदेर मोदी
को गुजरात के मुख्यमंत्री की कमांड सोप दी गयी|नरेंदर
मोदी ने अपना मंत्री का कार्यकाल 7 अक्टूबर
2001 में शुरू किया इसके बाद राजकोट
विधानसभा चुनाव लढा उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेता आश्विन मेहता को बड़े अच्छे
से हराया मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने अपना काम बहुत ही अच्छे से किया और
गुजरात को और भी मज़बूत कर दिया उन्होंने गांव गांव तक बिजली पहुंचाई और टूरिज्म को
बढ़ावा दिया देश में पहली बार ऐसा हुआ जिससे सभी नदियों को आपस में जोड़ा गया जिससे
पुरे राज्यों को पानी मिल सकाएशिया
के सबसे बड़े सोलोपार्क का निर्माण गुजरात में हुआ और इन सब के इलावा उन्होंने बहुत
से और अच्छे अच्छे कार्य किये गुजरात को
देश का सबसे सूंदर राज्य बना दिया और खुद गुजरात के सबसे अच्छे मुख्यमंत्री बने
लेकिन उसी दौरान 2002 मार्च गुजरात के गोदरा कांड
के लिए उनका नाम जोड़ा गया इस लिए मोदी प्रशासन को ज़िम्मेदार ठहराया गया फिर
कांग्रेस सहित अनेक विपक्ष दलों ने अस्तीफ़े की मांग की|
27 फरवरी 2002 को रेल
गाड़ी में आग लगने की वजह से 60 लोगो
की जान चली गयी थी जिसके बाद पुरे गुजरात में दंगे होने शुरू हो गए 28 फरवरी 2002 को दगो
ने बहुत ही भयंकर रूप धारण कर लिया जिसमे 1200 से भी ज्यादा लोग मरे गए इसके बाद उच्तम न्यल्या ने
इसके लिए विशेष बैठक बुलाई फिर रिपोर्ट के आधार पर फैसला बताया की इन दंगो में
नरेंदर मोदी के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला नरेंदरमोदी
ने गुजरात में मंदिरो को भी ख़त्म कर दिया इसके उन्हें विश्व हिन्दुओ का विरोध
झेलना पड़ा उन्होंने इसकी थोड़ी स परवाह नहीं की मोदी को जो सही लगा वो करते रहे देश
की सेवा के लिए उनके अच्छे कामो की वजह से लगातार 4 बार मुख्यमंत्री बनाया जिसकी
वजह से मोदी के कामो को देख कर मोदी जी को बीजेपी के नेताओ ने प्रधानमंत्रीनियुक्त 2014 में किया|जिसके
बाद मोदी ने बहुत ज्यादा रोड शो किये जिसकी वजह से मोदी ने खूब प्रशंसा बटोरी मोदी
के विकास कार्यो ने सोशल मीडिया से बहुत फायदा उठाया उन्हें बहुत वोट मिले जिसकी
वजह से मोदी भारत के 15th प्रधानमंत्री बने| नरेंदर
मोदी बहुत ही कम सोते है रोज़ 18 घंटे काम करते है वो अपनी माँ को बहुत प्यार करते है|
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